महाहार धाम के शिव मंदिर पर शिव भक्तों ने दूसरे दिन भी पूजा अर्चना करने मंदिर पहुंचे |

गाजीपुर मरदह। महाशिवरात्रि के पावन पर्व के दूसरे दिन भी पौराणिक महत्व वाले धार्मिक स्थल महाहर धाम शिव मंदिर सहित दर्जनों गांवों के विभिन्न शिवालयों में भगवान शिव का विधिवत पूजन , अर्चन व जलाभिषेक कर लोगों ने अपने जीवन की मंगल कामना का आशीर्वाद प्राप्त किया। आज सुबह से ही भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला | हर एक शिव मन्दिर पर भक्तों ने लाइन लगा कर जल, दूध, बेल पत्र, भांग धतूरे से शिव का अभिषेक करने के साथ ही कमल गट्टे, फल मिष्ठान, मीठा पान, इत्र, दक्षिणा अर्पित कर मनवांछित वरदान को मांगा। इसी क्रम में महाहर धाम शिवमन्दिर में आज दिन शुक्रवार की सुबह से ही भक्तों का जमावड़ा शुरू हो गया | देवों में देव महादेव एक ऐसे देव है , जो भक्त के भाव पर ही प्रसन्न हो जाते हैं | उन्हें 56 प्रकार की भोग ब्यजन की आवश्यकता नहीं है | वह तो भांग और धतूरे पर ही खुश हो जाते हैं | इसी क्रम में एक भक्त का भाव इस प्रकार है।
का ले के शिव के मनाई हो , शिव मानत नाही | बसहा बैल कहां पाइब हो , शिव मानत नाही | मेवा मिश्री शिव के मन ही ना भावे , भांग धतूर कहां पाइब हो शिव मानत नाही,
सुहागिनों महिलाओं के द्वारा भगवान भोलेशंकर की विशेष पूजा-अर्चना की गई। शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव तक संदेश पहुंचाने के लिए श्री नंदी महाराज जी के कानों में मन की बात कर जरूर पहुंचाया जाना चाहिए | जिससे मनोकामनाएं जरूर पूर्ण होती है | इसलिए भक्तों में मंदिर परिसर में बने नंदी भगवान से अपनी बात शिव तक पहुंचाने का भी कार्य अपनी मनोकामना के साथ किया। दूसरे दिन भी विशाल मेले का हजारों लोगों ने लुप्त उठाया। इस मौके पर मंदिर समिति (अध्यक्ष) जितेन्द्रनाथ पाण्डेय, (कोषाध्यक्ष) रामबचन सिंह, (सचिव) वीरेन्द्र सिंह, (ग्राम प्रधान) वशिष्ठ शर्मा, अभिषेक सिंह, बृजेश सिंह, धनंजय सिंह, रमाशंकर गिरी, राहुल गिरी, रामनरायण यादव, शिवलाल यादव, आदि लोग व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त करने में सहभागी बने रहे।
रिपोर्ट : संवाददाता