क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष ने आखिर जिलाधिकारी महोदय को पत्रक क्यों सौपा ?

गाजीपुर – अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा गाजीपुर के युवा जिलाध्यक्ष श्री राजकुमार सिंह. के नेतृत्व में संगठन के कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधि मंडल आज दिन शुक्रवार को जिलाधिकारी गाजीपुर से मिलकर एक पत्र सौंपा | इस मौके पर युवा जिलाध्यक्ष ने बताया कि सादात थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सभा गौरा में 28 अप्रैल को चुनाव प्रचार के अंतर्गत ग्राम सभा के अंदर हुए , विवाद में चली गोली से दो व्यक्ति घायल हुए थे | जिसमें उसी ग्राम सभा के ( पूर्व प्रधान ) मनोज सिंह को अभियुक्त बनाया गया | और उसके उपरांत सैकड़ों की संख्या में हरिजन बस्ती से लामबंद हुए , लोग उनके घर पर जाकर हमला किया | तथा उनकी सफारी गाड़ी , ट्रैक्टर व मोटरसाइकिल और कुंटलो अनाज को आग के हवाले कर दिया | तथा वहां पर जो भी चीज रखी गई थी , उसको तोड़फोड़ कर नष्ट कर दिया गया | उसके उपरांत घर के अंदर घुसकर पुरे समान को वाशिंग मशीन, टीवी, फ्रिज, खिड़की, दरवाजे के साथ-साथ पूरे फर्नीचर को तोड़ा गया | तथा लाखों के रखे हुए , गहने लूट लिए गए | उससे पहले किसी तरह उनकी मां व बीवी और बच्चों ने पीछे के रास्ते भागकर अपनी जान बचाई | अगर वह नहीं भागते तो शायद 5 लोगों की लाश उसी घर के अंदर मिलती | उसके कुछ दिन बाद मनोज सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया |
जिसमें विपक्षी पक्ष में घायल व्यक्ति की मौत हो गई | यहां पर पुलिस द्वारा एक पक्षी कार्रवाई करते हुए , मनोज सिंह को तो जेल भेज दिया गया , लेकिन गोली किसने चलाई और हत्या किसके द्वारा किया गया , यह पूरा स्पष्ट नहीं हुआ है |फिर भी पुलिस ने उनको 302 में जेल भेजा हुआ है |और उसके बाद आज तक जिन्होंने घर को पूरा तोड़ा-फोड़ा , आग के हवाले किया , उनके ऊपर प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई | और ना ही मनोज सिंह की माता जी द्वारा लिखा हुआ , प्रार्थना पत्र f.i.r. में दर्ज नहीं हुआ | पुलिस ने अपनी तरफ से एफ० आई० आर० दर्ज कर ली , इन सब सारी बातों को लेकर कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन की मंशा निष्परक्ष नहीं हो रही है | तथा एक पक्षी कार्रवाई की जा रही है , जिसको लेकर के स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है | अतः श्रीमान जी से निवेदन है कि पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए , इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच कराई जाए | तथा उस प्रकरण में हरिजन एक्ट और 302 की जांच भी किसी दूसरे क्षेत्राधिकारी द्वारा कराई जाए , क्योंकि इस पूरे प्रकरण में क्षेत्राधिकारी सैदपुर की भूमिका संदिग्ध नजर आती है |
क्योंकि अगर क्षेत्राधिकारी सैदपुर चाहे होते तो आगजनी की घटना को उड़ता रोका जा सकता था | लेकिन वह मूकदर्शक बने रहे , और पूरी घटना को अंजाम दे दिया गया | तथा अब तक वह एक पक्षी कार्रवाई कर रहे हैं , जो कि सरासर गलत है , अन्यायपूर्ण है | अतः श्रीमान जी से निवेदन है कि 10 दिन के अंदर एक टीम गठित कर मजिस्ट्रेट जांच कराई जाए , ताकि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो सके तथा पीड़ित पक्ष को न्याय मिल सके | अगर ऐसा नहीं होता है , तो अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा गाजीपुर के कार्यकर्ता आंदोलन के लिए बाध्य होंगे |जिसकी सारी की सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी | इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष तारकेश्वर सिंह “सिंघम” , जिला महामंत्री बृजेश सिंह “शेरू ” , पुस्कर , तकदीर बहादुर सिंह , अमित सिंह आदि लोग मौजूद रहे |
रिपोर्टर संवाददाता –