भूमाफिया बनी महिला सेक्रेटरी तीन विभागों की जमीन पर कब्जा कर बना लिया करोड़ों का मकान

भूमाफिया बनी महिला सेक्रेटरी तीन विभागों की जमीन पर कब्जा कर बना लिया करोड़ों का मकान
सुजीत कुमार सिंह
गाजीपुर – घोटाले , अपराध , लूट , तस्करी , मादक द्रव्यों का व्यापार करने के मामले में दो दशक से बदनाम इस जनपद में एक ऐसा कारनामा सामने आया है , जिसे सुनकर दातों तले उंगली दबा ले रहे हैं लोग । योगी सरकार में माफिया व अपराधी शांत जरूर हैं , लेकिन जिले की रहने वाली महिला सेक्रेटरी ने ऐसा कारनामा कर दिया है कि आम लोग ही नहीं जनपद के बड़े-बड़े में भूमाफिया भी दंग हैं । जबकि महिला जौनपुर जिले में तैनात है । और उसका पति लगातार ग्रामीणों के साथ मीडिया को भी देख लेने की धमकी देता है । और चेतावनी भी देता है कि गांव के सारे लोगों के साथ पत्रकारों को भी सबक सिखाने की तैयारी की जा रही है । और इसके लिए डी.एम. और एस.डी.एम. को छोड़िए कमिश्नर और मुख्य सचिव से कार्रवाई कराएंगे । मामला कासिमाबाद तहसील से जुड़े बिरनो ब्लॉक के बैदवली ( मिर्जापुर ) का है । गांव के रहने वाले रमेश गौड़ ने मौजूदा जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह से मिलकर दी गई , सूचना आरोप लगाया है कि उसी गांव के रहने वाले दबंग संजय गौड़ पुत्र रामसरीख गौड़ जिनकी पत्नी रानी गौड़ जौनपुर जिले में सेक्रेटरी के पद पर तैनात हैं । 15 साल पूर्व कच्चे मकान व झोपड़ी में रहने वाले रामसरीख गौड़ की बहू रानी गौड़ वेतन जितना भी पाती हो , इतनी कर्मठ है कि गांव की खाली पड़ी बंजर , नवीन परती , उद्यान विभाग की खाली जमीन पर कब्जा कर पचासों लाख रुपए से अधिक की लागत पर बंगला बना चुकी है । इनकी इमानदारी का यह आलम है कि सेक्रेटरी बनने की 5 साल में ही इन्होंने वाराणसी कमिश्नर मुख्यालय पर जमीन खरीद कर आलीशान कोठी बना चुकी हैं । और दो – चार पहिया वाहन भी उसकी शोभा बढ़ा रहे हैं । जबकि रमेश का आरोप है कि रानी गौड के बंगले के सामने मौजूद जमीन का छोटा टुकड़ा जिसपर 40 साल से कब्जा मकान बनाकर पशुओं को बांध रहे , रमेश के उस जमीन पर भी रानी गौड़ का कब्जा करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा हैं । गांव में हुई , पंचायत के बाद भी रानी गौड़ का परिवार गरीब का मकान किसी हाल में छोड़ने को तैयार नहीं है । मकान पर कब्जा करने की जल्दी में अनिल कुमार ने दुल्लहपुर थाने में कई बार गलत सूचना देकर मुझे अपराधी बताया और गलत धाराओं में चालान भी कराने का प्रयास किया , जो बिफल हुआ । रमेश के साथ जिलाधिकारी ऑफिस पहुंचने वाले गांव के जयप्रकाश सिंह , नरेंद्र सिंह , राजनारायण सिंह , सुरेंद्र सिंह , शिवदास यादव , कप्तान सिंह , नरसिंह , कन्हैया राम , ओम प्रकाश खरवार , सुग्रीव सिंह , सुदर्शन सिंह , राम सिंह , कमलेश सिंह , रामकृत सिंह , अनिल सिंह , ओमप्रकाश गुप्ता एवं बीडीसी सदस्य मनीष राजभर शामिल रहे । इस बाबत मिली इस सनसनीखेज जानकारी के बाबत जब रानी गौड़ के पति संजय गौड़ से टेलिफोनिंग बात की गई , तो उन्होंने कहा कि पूरा गांव गलत है । और सारे लोग अपराधी प्रवृत्ति के हैं । और उनके परिवार का विरोध कर रहे हैं । मैंने अगर तीन विभाग की जमीन पर कब्जा कर मकान बनाया है , तो गांव में बहुत सारे लोगों ने भी सरकारी जमीन पर कब्जा किया है । उनकी जमीन खाली होगी , तो हम भी कर देंगे । लेकिन ग्रामीणों व पत्रकारों को सबक सिखाने के लिए कमिश्नर व मुख्य सचिव से बात करेंगे । सेक्रेटरी के दबंग पति का लहजा यह साफ कहता है कि मामले में कितनी सच्चाई है , जबकि ग्रामीणों को शिकायतकर्ता ने चेतावनी दिया है , कि समय रहते प्रशासनिक सेवा में रहकर भूमाफिया बनी महिला सेक्रेटरी रानी गौड़ एवं उनके पति संजय गौड़ पर कार्रवाई नहीं हुई , तो लोग सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे ।
रिपोर्टर संवाददाता –