उत्तर प्रदेश

अमन सर्जिकल हॉस्पिटल गाजीपुर में आपरेशन के बाद गर्भवती महिला की हुई दर्दनाक मौत 

अमन सर्जिकल हॉस्पिटल गाजीपुर में आपरेशन के बाद गर्भवती महिला की हुई दर्दनाक मौत

सुजीत कुमार सिंह

गाजीपुर – जिले में मौत के सौदागर बने हास्पिटलो को लगातार चेतावनी देने के बाद भी सुधरने का नाम नहीं ले रहा है । फिर एक और हृदयविदारक घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है । अमन सर्जिकल हॉस्पिटल में एक गर्भवती महिला  संजू देवी पत्नी सूचित रंजन उम्र ( 23 वर्ष) नोनहरां थाना क्षेत्र सुसुंडी गांव की निवासी बताई जाती है । जिसकी सिजेरियन ऑपरेशन के बाद मौत हो गई । यह घटना न केवल स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े किए हैं , बल्कि परिवार में बहुत बड़ा झटका लगा है । यह घटना जिले में पिछले 15 दिनों के भीतर दूसरी ऐसी मौत है। इससे पहले शिव सर्जिकल हॉस्पिटल में रामप्यारी देवी पत्नी वीरेंद्र बिन्द उम्र (25 वर्ष) देवकली ब्लाक क्षेत्र के ग्राम सभा ठेहुना की रहने वाली थी । जिनकी इलाज    के दौरान जच्चा बच्चा की मौत हो चुकी है। वहीं अब अमन सर्जिकल हॉस्पिटल में हुई , इस घटना ने निजी अस्पतालों की लापरवाही और चिकित्सा सुविधाओं की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं । मृतक महिला संजू देवी के परिजनों    ने बताया कि गर्भवती महिला को खून की कमी थी , इसके बावजूद डॉक्टरों ने सिजेरियन करने का फैसला किया । तब ऑपरेशन के दौरान स्थिति बिगड़ गई , लेकिन डॉक्टरों ने समय पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया । हालत बिगड़ने पर महिला   को वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया । तत्पश्चात रास्ते में  ही उसने दम तोड़ दिया ।इस घटना में नवजात शिशु की जान   तो बच गई , लेकिन उसकी मां को खोने का दर्द परिवार के  लिए असहनीय है। दूधमुंहा बच्चा अब अपनी मां के बिना  अनाथ हो गया है। परिजनों का कहना है कि अगर डॉक्टर     सही समय पर ध्यान देते और बेहतर इलाज करते तो यह   घटना टाली जा सकती थी । महिला की मौत के बाद से उसके गांव में मातम का माहौल है। हर कोई इस घटना से स्तब्ध है । और परिवार के दर्द को महसूस कर रहा है। गांव के लोग स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से इस मामले की जांच और दोषी डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं । इस घटना ने गाजीपुर के निजी अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। आए दिन सामने आने वाली ऐसी घटनाएं बताती हैं कि कुछ निजी अस्पतालों में मरीजों की जिंदगी को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है । परिजनों सहित स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है , कि इस घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए । और दोषी डॉक्टर व अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए । तथा लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही के कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं , और इस पर रोक भी लगनी चाहिए । यह घटना न केवल गाजीपुर बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक चेतावनी  है। स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार व डॉक्टरों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करना अब अनिवार्य हो गया है। यह   मामला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ा     सबक है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता ।

रिपोर्टर संवाददाता –

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button