ब्लॉक के कर्मचारी का कारनामा भाई के फर्म में किया करोडो का भुगतान

ब्लॉक के कर्मचारी का कारनामा भाई के फर्म में किया करोडो का भुगतान
रिपोर्टर – सुजीत कुमार सिंह
सरकारी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी अब अपनी नौकरी से ज्यादा विभागीय बजट को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाने का लगातार काम कर रहे हैं। और ऐसा ही कुछ बाराचवर ब्लॉक में अकाउंटेंट जितेंद्र श्रीवास्तव ने भी किया । उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने शासन के निर्देशों को ताक पर रखकर अपने सगे भाई की फर्म पर कई करोड़ का भुगतान कर डाला है । और इसकी जांच जब खुद खंड विकास अधिकारी ने किया , तब मामला सही पाया और उन्होंने जिला विकास अधिकारी को पत्र लिखकर इस संबंध में कार्रवाई की मांग किया है ।
खबर गाजीपुर जिले के बाराचवर ब्लॉक क्षेत्र में स्थित सागापाली दयाल सिंह गांव के रहने वाले मुकेश पटेल ने मुख्यमंत्री को 1 मई को एक शिकायत पत्र दिया है । जिसमें उन्होंने बताया है कि बाराचवर ब्लॉक में कार्यरत कर्मचारी जितेंद्र श्रीवास्तव ने अपने पद का अनुचित लाभ उठाते हुए , अपने भाई प्रफुल्ल चंद श्रीवास्तव के फर्म राज ट्रेडर्स परसा एमबीडी के नाम से फर्म बनाकर ग्राम पंचायत एवं ग्राम पंचायत निधि का भुगतान कराया जा रहा है। साथ ही मनरेगा का भी भुगतान कराया जा रहा है । क्योंकि उक्त कर्मचारी के पास मनरेगा के अकाउंटेंट का चार्ज भी है । और वह अपने डिजिटल सिग्नेचर से मनरेगा का भुगतान अपने ही फर्म राज ट्रेडर्स में कर रहे हैं । साथ ही उस फर्म की जीएसटी भी नहीं जमा किया जा रहा है। इस तरह उन्होंने 5 करोड़ से ऊपर का भुगतान राज ट्रेडर्स को कर चुके हैं । जो शासनादेश के अनुसार पूरी तरह से गलत है । इसके लिए शिकायतकर्ता मुकेश पटेल ने अपने पत्र में यह भी बताया है , कि इसको लेकर वह गाजीपुर के जिलाधिकारी को शपथ पत्र के साथ शिकायत कर चुके हैं , लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई । वहीं अब मुख्यमंत्री के यहां शिकायत करने के बाद अब पत्र विभागीय अधिकारियों के पास पहुंच चुकी है । और विभागीय अधिकारी भी इस मामले में जब करवाई और जांच करना शुरू किया तब मामला खुलकर सामने आया की जितेंद्र श्रीवास्तव (वरिष्ठ सहायक) मनरेगा लेखाकार के द्वारा अपने भाई के फर्म में करोड़ों रुपए का भुगतान किया गया है । इसको लेकर बाराचवर (खंड विकास अधिकारी) सीमा कुमारी ने जिला विकास अधिकारी गाजीपुर को 14 मई को पत्र भी लिखा है । जिसमें उन्होंने बताया है कि उक्त शिकायत पर फर्म का सत्यापन कराया गया , जिसमें जितेंद्र श्रीवास्तव (वरिष्ठ सहायक) मनरेगा लेखाकार द्वारा दिए गए प्रमाण पत्र में यह उल्लेख किया गया है , कि राज ट्रेडर्स परसा गाजीपुर फर्म उनके भाई प्रफुलचंद्र श्रीवास्तव के नाम से मनरेगा की वेबसाइट पर सामग्री आपूर्ति हेतु वेंडर के रूप में पंजीकृत है । इसके बाद खंड विकास अधिकारी ने जिला विकास अधिकारी को पत्र लिखते हुए , बताया है कि राज ट्रेडर्स परसा गाजीपुर जो जितेंद्र श्रीवास्तव (वरिष्ठ सहायक) मनरेगा लेखागार के भाई का है। अब इस फर्म को मनरेगा की वेबसाइट से पंजीकरण निरस्त करते हुए , समुचित कार्यवाही किया जाए । वहीं शिकायतकर्ता की माने तो ब्लॉक के कर्मचारि ने अपने भाई के फर्म से सिर्फ 5 करोड़ ही नहीं बल्कि इससे अधिक की धनराशि का भुगतान किया है , जो जांच के बाद सामने आएगा । वहीं इस मामले मे पत्रकारों ने जब मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य से बात किया तो उन्होंने बताया कि इस मामले में जांच चल रही है , रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।
रिपोर्टर संवाददाता –