उत्तर प्रदेश

छूटे हुए लोगों को स्वास्थ्य कर्मी खिला रहे एमडीए दवा

छूटे हुए लोगों को स्वास्थ्य कर्मी खिला रहे एमडीए दवा

सुजीत कुमार सिंह

गाज़ीपुर। फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जनपद में 10 अगस्त    से दो सितम्बर तक सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान चलाया गया। जिलाधिकारी के निर्देशन और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सुपरवीजन में अभियान में किसी कारण छूटे हुये और इन्कार करने वाले लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराने के लिए नौ सितम्बर से मॉप राउंड शुरू किया गया, जो पहले 10 सितम्बर तक संचालित किया जाना था। लेकिन अब इसको 13 सितम्बर तक बढ़ा दिया गया है। मॉप अप राउंड के पहले दिन सोमवार को जनपद के विभिन्न स्कूलों और विद्यालयों में बूथ लगाकर हजारों छात्रों को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराया गया। जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) मनोज कुमार ने बताया कि एमडीए अभियान में किसी कारण से छूटे हुए लोगों को फाइलेरिया से बचाव की   दवा का सेवन कराने के लिए मॉप अप राउंड नौ से 13  सितम्बर तक संचालित किया जाएगा। सोमवार को कासिमाबाद के नेशनल इंटर कॉलेज, जखनिया के जलालाबाद स्थित माँ शारदा डिग्री कॉलेज व सरस्वती महिला डिग्री कॉलेज, अलीपुर मदरा स्थित माता तेतरा देवी डिग्री कॉलेज, बाराचवार के गांधी इंटर कॉलेज, बाबा रामाचीज महिला डिग्री कॉलेज, देवकली के आरके डिग्री कॉलेज, भावरकोल के माध्यमिक विद्यालय, सादात के सुभास मंदिर, करंडा के रामस्वरूप द्विवेदी महाविद्यालय समेत अन्य ब्लाकों के विद्यालयों में छात्रों को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराया गया। डीएमओ ने बताया कि सोमवार को करीब पाँच हजार छात्रों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया गया। साथ ही उन्हें फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी के लक्षण, कारण, जांच, उपचार, देखभाल, बचाव आदि के बारे में जागरूक किया गया। इस दौरान छात्रों से अपील भी की गई कि स्वयं दवा का सेवन करें और जिन्होंने अभी तक   दवा का सेवन नहीं किया है उन्हें जागरूक करते हुए फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित करें। एमडीए अभियान में पीसीआई और सीफार संस्था के प्रतिनिधियो के द्वारा महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया जा रहा है। यह अभियान मरदह, मनिहारी और जमानिया ब्लॉक को छोड़कर सभी ब्लॉकों में संचालित किया जा रहा है। कासिमाबाद ब्लॉक के नेशनल इण्टर कॉलेज में प्रधानाचार्य दिनेश सिंह व समस्त अध्यापक, स्टेक होल्डर, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पंकज गुप्ता व संगिनी अखिला देवी की उपस्थिति में फाइलेरिया पेशेंट सपोर्ट ग्रुप (पीएसजी) नेटवर्क की सदस्य सरिता एवं आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से बूथ लगाकर 1875 छात्रों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाई गई। इस अवसर पर बच्चों से अनुरोध किया कि अगर उनके परिवार में कोई भी सदस्य दवा खाने से छूट गया हो तो अपने गांव की आशा कार्यकर्ता से संपर्क कर उनके सामने दवा जरूर खाएं, जिससे फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सके।

अपील – फाइलेरिया लाइलाज बीमारी है। इसको रोकने के  लिए बचाव ही एकमात्र उपाय है। इसलिए वर्ष में एक बार   चलने वाले फाइलेरिया उन्मूलन (एमडीए) अभियान के तहत फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन जरूर करें। पाँच साल तक लगातार व साल में एक बार यह दवा खाने से फाइलेरिया संक्रमण से बचा सकता है। एक वर्ष से छोटे बच्चे, गर्भवती महिला और गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को इस दवा का  सेवन नहीं करना है। यह दवा फाइलेरिया से आपको सुरक्षा प्रदान करेगी।

रिपोर्टर संवाददाता –

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button