उत्तर प्रदेश

राष्ट्रीय लोक अदालत का जिला जज ने किया शुभारंभ

राष्ट्रीय लोक अदालत का जिला जज ने किया शुभारंभ

सुजीत कुमार सिंह

गाजीपुर  – राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली से     प्राप्त निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर    के तत्वाधान में आज जनपद न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत   का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय, के द्वारा मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर द्वीप प्रजव्वलित कर एवं मल्यार्पण कर किया गया । इस अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य    पर महासचिव सिविल बार एसोसिएशन ज्योत्सना श्रीवास्तव, नगर पालिका ई0 ओ0 अमिता वरूण, मुख्य प्रबंधक यूनियन बैंक भारती शर्मा, मुख्य प्रबंधक स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया श्वेता सुमन एवं महिला न्यायिक अधिकारीगण को पौधा प्रदान कर सम्मानित किया गया । इस अवसर पर जनपद न्यायाधीश द्वारा 2 महिलाओं को ट्राई साईकिल, 1 महिला को कॉन की मशीन , 1 महिला को लेप्रोसी किट एवं 7 महिलाओं को पेंशन प्रमाण- पत्र प्रदान किए गए । जबकि साथ ही साथ आज की राष्ट्रीय लोक अदालत में एक पेशन शिविर का भी आयोजन जनपद न्यायाधीश द्वारा फीता कॉट कर किया गया है। जनपद न्यायाधीश द्वारा लोक अदालत में बढ़ – चढ़ के हिस्सा लेने के लिए आम – जनमानस से अपील की तथा समस्त पीठासीन अधिकारी को लोक अदालत के सफलता हेतु सभी अधिकारियों को अधिक से अधिक निस्तारण हेतु प्रोत्साहित किया । पीठासीन अधिकारी प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय नरेन्द्र कुमार-।।।, द्वारा 26 वादों का निस्तारण एवं 02 जोड़ो को साथ-साथ विदा किया गया तथा पीठासीन अधिकारी एम.ए.सी.टी. संजय हरिशुक्ला द्वारा 39 वादों का निस्तारण किया गया ।
इस अवसर पर शक्ति सिंह अपर जिला जज (प्रथम) द्वारा   अपने संबोधन में यह कहा गया कि लोक अदालत वर्षों से लम्बित मामलों के त्वरित निस्तारण का एक अत्यन्त महत्वपूर्ण साधन है। ऐसे छोटे प्रकरण जिसमें अनावश्यक रुप से मुकदमेबाजी के कारण पक्षकारो के मध्य वैमन्यस्ता विद्यमान रहती है , उसको समाप्त कर सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने में लोक अदालत द्वारा अपनी सक्रीय भूमिका निभायी जा रही      है । उक्त शिविर में वृद्धा पेशन, दिव्यांग पेशन एवं विधवा पेशन  में जिन पात्र व्यक्तियों को कोई कठिनाई आ रही है । उसके समाधान हेतु संबंधित विभागों के अधिकृत प्रतिनिधि उपस्थित रहे। उक्त पेंशन शिविर में जनपद गाजीपुर के दूरस्थ क्षेत्रों से  आये हुए , व्यक्तियों द्वारा लाभ उठाया गया। शक्ति सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कक्ष सं0-01, गाजीपुर एवं विजय कुमार-प्ट, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीष/सचिव पूर्णकालिक जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर, द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारण हेतु नियत वादों की विस्तृत रूपरेखा  प्रस्तुत की गयी। इस अवसर पर सचिव ने बताया कि लोक अदालत से न्याय के क्षेत्र में क्रान्ति आई है और लोगो में विधिक जागरूकता भी बढ़ी हैं, उनके द्वारा जनपद न्यायाधीश के निर्देशानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत के प्रचार प्रसार हेतु किये   गये प्रयासों के बारे में संक्षेप में जानकारी दी गई। सामान्य अदालत एवं लोक अदालत में अन्तर को विस्तार से बताया   गया । इस अवसर पर नरेन्द्र कुमार-।।।, प्रधान न्यायाधीश , कुटुम्ब न्यायालय गाजीपुर , संजय हरी शुक्ला, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण गाजीपुर, शक्ति सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीष कक्ष सं0-01, राकेश कुमार-टप्प् नोडल अधिकारी, लोक अदालत गाजीपुर, अलख कुमारए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/विषेश न्यायाधीश एस0सी0/एस0टी0, स्वप्न आनंद, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी गाजीपुर एवं अन्य न्यायिक अधिकारीगण तथा अध्यक्ष सिविल बार एसोसिएशन, गाजीपुर  व न्यायालय के कर्मचारीगण उपस्थित हुए। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 115782 मामले निस्तारण हेतु नियत किये  गये थे, जिसमें से सुलह समझौतें एवं संस्वीकृति के आधार पर कुल 108345 वाद अंतिम रूप से निस्तारित किए गए। राजस्व विभाग के मामले, विभिन्न न्यायालयों द्वारा 13140 मामले तथा बैंक एवं अन्य विभाग द्वारा कुल 74370 मामले निस्तारित   किए गए। सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर  द्वारा जनपद न्यायालय के कर्मचारीगण, अधिवक्तागण, मीडियाकर्मी तथा पुलिस एवं प्रशासन विभाग के प्रति अपना धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

रिपोर्टर संवाददाता –

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