उत्तर प्रदेश

कंपोजिट विद्यालय ढेंलवा पर जांच करने पहुंचे फर्जी अधिकारी के खिलाफ अध्यापकों ने थाने में दिया तहरीर

लखनऊ के गोपनीय विभाग से फर्जी अधिकारी बनकर जांच करने पहुंचे विद्यालय पर अभियुक्त के खिलाफ अध्यापकों ने दिया तहरीर

सुजीत कुमार सिंह

अरे ! तथाकथित पत्रकारों के बाद अब तथाकथित अधिकारियों के लिए क्या करेंगी जिले की डीएम

गाजीपुर‌। जिले में तथाकथित पत्रकारों के लिए डीएम आर्यका अखौरी तमाम हथकंडे अपना रही है । लेकिन अब तथाकथित अधिकारियों के लिए डीएम क्या करेंगी । यह सवाल तो हर किसी के जेहन में कौंध रहा है । दरअसल हुआ कुछ यूं था कि शिक्षा क्षेत्र करंडा अंतर्गत कंपोजिट विद्यालय ढे़लवा में अपने आप को प्रयागराज बेसिक कार्यालय से अपने आप को अधिकारी बताते हुए , वहां तैनात अध्यापकों को हड़काने का मामला प्रकाश में आया है । जिसकी जानकारी होने पर (प्रभारी प्रधानाध्यापक) दिग्विजय सिंह ने नंन्दगंज थाना में तहरीर देते हुए , बताया कि करीब साढ़े दस बजे एक व्यक्ति अपने आप को प्रयागराज बेसिक कार्यालय का अधिकारी बताते हुए , विद्यालय में आकर अध्यापकों से सवाल जबाव करते हुए , धमकाने लगा । वहीं अध्यापकों को हड़काते हुए , कहा कि तुम्हारे विद्यालय का वातावरण सही नहीं है, रिपोर्ट आगे देखें प्रेषित करूंगा तो तुम लोगों पर कार्यवाही हो जाएंगी । उन्होंने बताया कि अध्यापकों   ने साहस का परिचय देते हुए , पुलिस बुलाने की बात कही गई तो यह सुनते ही तथाकथित अधिकारी फोन से बात करते हुए , विद्यालय से बाहर जाने लगा और तुरंत नौ दो ग्यारह हो गया । उसी बीच अध्यापकों ने उस तथाकथित अधिकारी की फोटो   भी खींच लिया । जबकि उन्होंने बताया कि तथाकथित अधिकारी मदिरा का सेवन भी किया था । वहीं एक अध्यापक   ने तथाकथित अधिकारी की पहचान नंन्दगंज थाना क्षेत्र के सहेड़ी निवासी दीपक यादव पुत्र गुलाब यादव के रुप में हुई ।     ( प्रभारी प्रधानाध्यापक) दिग्विजय सिंह ने नंदगंज थाना में तहरीर देकर तथाकथित अधिकारी को गिरफ्तार कर उचित कार्रवाई की मांग की है । यह बात जिले में आग की तरह      फ़ैल गई है , चर्चाएं हो रही है कि अभी डीएम ने तो तथाकथित पत्रकारों के लिए एक चिट्ठी हर विभागों में जारी कर सुर्खियां बटोर रही थी कि अब तथाकथित अधिकारी भी जिले में    अपना जलवा बना रहे हैं । इस संबंध में नंदगंज थाना प्रभारी कमलेश कुमार ने बताया कि प्रधानाध्यापक दिग्विजय सिंह  द्वारा फर्जी अधिकारी के आने पर पकड़ने के लिए कोई भी सकारात्मक पहल नहीं की गई, नही तो समय रहते तथाकथित अधिकारी को पकड़ लिया जाता ।  प्रधानाध्यापक दिग्विजय सिंह द्वारा 112 पर फोन किया जा सकता था । जिससे तुरंत कार्रवाई होती, या मुझे (थाना प्रभारी) फोन करते तो मैं तुरंत पुलिस कर्मियों को भेज कर या मैं व्यक्तिगत मौके पर पहुंच    कर तथाकथित अधिकारी बने व्यक्ति को गिरफ्तार करता । लेकिन अब प्रधानाध्यापक दिग्विजय सिंह के द्वारा दी गई , तहरीर पर मामले की गंभीरता से जांच कर करवाई की     जाएगी । बरहाल अब देखना यह होगा कि इस पूरे प्रकरण     पर डीएम क्या एक्शन लेती है ।

रिपोर्टर संवाददाता –

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