उत्तर प्रदेश

चिलचिलाती धूप में महीनों तक काम करने के बाद भी गलत ठहराने को लेकर मनरेगा मजदूरों में हुआ आक्रोश ।

अमृत सरोवर निर्माण कार्य को लेकर गलत बताने पर मजदूरों   ने किया जमकर नारे बाजी ।

रिपोर्टर – सुजीत कुमार सिंह

चिलचिलाती धूप में महीनों तक काम करने के बाद भी गलत ठहराने को लेकर मनरेगा मजदूरों में हुआ आक्रोश ।

गाजीपुर –  जहां मरदह ब्लाक क्षेत्र के हैदरगंज ग्राम पंचायत    का है । जहां मनरेगा मजदूरों सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने शिकायतकर्ता के खिलाफ‌ खोला मोर्चा । आपको बता दें कि हैदरगंज ग्राम सभा के रहने वाले जीऊत बंधन राम ने पिछले सप्ताह गाजीपुर जिलाधिकारी आर्यका अखौरी को शिक़ायती पत्र देकर गांव में स्थित अमृत सरोवर के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप लगाया था । जिस मामले में समाचार पत्रों के मुताबिक मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जांच किया गया , जिसमें अमृत सरोवर के सुन्दरीकरण कार्य में टेक्निकल फाल्ट की वजह से अनियमितता पाई गई । इसके  बाद प्रधान, सचिव, रोजगार सेवक, तकनीकी सहायक दोषी ठहराएं गये तथा अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी व‌ खंड विकास अधिकारी को पर्यवेक्षणीय दायित्वों में शिथिलता बरतने का  दोषी पाया गया ।अमृत सरोवर पोखरी की खोदाई पर 4 लाख  8 हजार 8 सौ 25 रुपये का भुगतान कराने की बात सामने   आई थी ।इस मामले की जानकारी समाचार पत्रों में प्रकाशित होने के बाद अमृत सरोवर में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत मजदूरी करने वाले सैकड़ों मजदूर आग बबूला हो उठे , वहीं शिकायत कर्ता के खिलाफ अमृत सरोवर के पास मौजूद होकर जमकर नारेबाजी करने लगे । जिससे घंटों प्रर्दशन करने के बाद ग्राम प्रधान रामायन यादव के आश्वासन पर मजदूर शांत होकर वापस घर को लौटे । इस मौके पर मनरेगा मजदूर‌ सुमन राजभर, राधिका राजभर ने बताया कि हमलोग इस अमृत सरोवर पोखरे के निर्माण में एक महीने तक चिलचिलाती धूप में मजदूरी का कार्य किये है , कुछ भुगतान बैंक खाते में आ चुका  है । और कुछ अभी बाकी है , शिकायतकर्ता राजनीति द्धेष से पोखरे निर्माण के कार्य में जांच करवा रहा है। वहीं ग्राम प्रधान रामायण यादव ने अपना पक्ष रखते हुए , बताया कि फर्जीवाड़ा का आरोप गलत है । अमृत सरोवर निर्माण में मजदूरों से कार्य कराया गया है। जबकि ग्राम प्रधान रामायण यादव द्वारा मजदूरों से अमृत सरोवर में काम कराने के समय का एक वीडियो भी उपलब्ध कराया गया है । जिसमें मजदूरों द्वारा अमृत सरोवर में काम किया जा रहा है। वहीं समाचार पत्रों में अमृत सरोवर की भ्रष्टाचार सिद्ध होने की बात की भी जानकारी पत्रकारों ने खंड विकास अधिकारी मरदह अनुराग राय से दिया गया तो उन्होंने बताया कि इस तरह की जानकारी मुझको नहीं है ।हालांकि इस मामले में जिलाधिकारी महोदय द्वारा दो टीम गठित किया गया  है । जिसकी जांच चल रही है। वहीं खंड विकास अधिकारी ने अपना पक्ष रखते हुए , बताया कि अमृत सरोवर में मजदूरों द्वारा काम कराया गया है । और हम उस समय मौके पर वहां जाकर निरीक्षण भी किए थे । हालांकि इस मामले में टेक्निकल खामियां हैं , जिसके चलते इतनी समस्याएं उत्पन्न हो रही है ।

रिपोर्टर संवाददाता –

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